आदरणीय मर्यादा पुरषोत्तम राम,
आप सर्वज्ञानी, सर्वभूत और सर्वव्यापी हैं !!
जैसे की आपको ज्ञात है भारत के सर्वोत्तम न्यायालय ने आपके अयोध्या में जन्मस्थल को लेकर पक्ष और विपक्ष की सारी दलीलें सुन ली हैं और शायद एक महीने के भीतर अपना फैसला सुनायेंगे.
आप जानते ही हैं की क्या फैसला होने वाला है, जो की अधिकारिक रूप से आने के बाद महीनों तक चर्चा का विषय रहेगा और निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा.
मेरा आपसे बस यह निम्नलिखित निवेदन है की :
- दो सदी से भी ज्यादा पुराने इस विवाद का अब हमेशा के लिए सुलटारा हो जाना चाहिए.
- मंदिर – मस्जिद के नाम से अब लोगों का क़त्लेआम बंद होना चाहिए.
- आपके नाम पर लोगों ने बहुत वोट मांग लिए अब भाईचारे के नाम पर वोट पढने चाहिए.
- क्या यह मुमकिन हो सकता की इस फैसले से सब पक्ष संतुष्ट हो जायें.
- इस फैसले के बाद दुसरे और विवादित स्थलों पर राजनैतिक दल अपनी राजनैतिक रोटियां ना सेक सकें.
आप हमारी आस्था में बसते हो, आप हमारे रोम-रोम में बसते हैं. अब यह कठिन फैसला सर्वोत्तम न्यायालय के पांच न्यायाधीश सुनायेंगे की क्या आप त्रेता युग में इसी निश्चित स्थान पर रावण वध के लिए अवतरित हुए थे !!
भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है वह हम मनुष्यों को नहीं मालूम और न ही यह की इस फैसले की हम किस तरह प्रतिक्रिया देंगे. आप से प्रार्थना है की हम सब को विवेक दें और देशहित में, आने वाले इस फैसले को शान्ति और बिना किसी हिंसा से स्वीकारने की शक्ति प्रदान करें !!
आपका अनुयायी,
दीपक