प्रिय उदयपुरवासियों, सदियों से मैं आपके इस फलते – फूलते शहर की साक्षी रहीं हूँ मैं यहाँ तब भी थी जब मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़गढ़ हुआ करती थी. पिछोली गांव के निकट मेरा निर्माण 14वीं शताब्दी में पीछू चिड़िमार बंजारे ने करवाया था और तत्पश्चात महाराणा उदयसिंह द्वितीय ने इस शहर की खोज के बादContinueContinue reading “PICHHOLA KA DARD”