Maa Padmavati

Rani-Padmini

आदरणीय माँ पद्मावती,

नमन !!

आपके बलिदान और मान सम्मान का दायित्व हम सब पर है और विशेषकर कर के हम मेवाड़ वासियों पर जहाँ आप ब्याह कर पधारे थे. मैं नहीं जनता की संजय लीला भंसाली की फिल्म में आपका कैसा चित्रण करा गया है ना ही जान सकूँगा (क्यूंकि यह फिल्म राजस्थान में नहीं लगने वाली) और ना ही जानने का उत्सुक हूँ. हमारी आस्थाओं और स्वाभिमान से खिलवाड़ करने का हक किसी को नहीं वहीँ हमारा भी यह दायित्व है की इसकी सुरक्षा के लिए हम दूसरों को असुरक्षित और असहज महसूस ना होने दें.

आप माँ हैं और सब जानती हैं फिर भी आपको बताना चाहूँगा की मैं आपका नाम लेकर जो बवाल मचाया जा रहा है मैं उससे आहात हूँ. कल ही गुरुग्राम में आपके मान सम्मान की रक्षा की आड़ मैं स्कूल बस पर पथराव किया गया और आज मेरे कार्यालय के कुछ ही दूर एक छोटे व्यापारी का सामान और सम्मान दोनों रोड पर उछालते हुए आपके नाम का जयकारा लगाया जा रहा था. क्या यह ठीक है ??

आप से माफ़ी भी मांगना चाहूँगा की चित्तोड़ दुर्ग में अनेकों बार जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ खासकर हमारी परिवार की कुलदेवी कालका माता के दर्शन हेतु लेकिन कभी जौहर स्थल जाने का सोचा भी नहीं. इस फिल्म के कारन अब मैं विश्वास दिलाता हूँ की अगली बार उस पवित्र स्थल के दर्शन ज़रोर करूँगा. मैं उस बात के लिए भी क्षमाप्रार्थी हूँ की सैंकड़ों अनभिज्ञ लोगों की तरह मैंने भी वोह कांच और महल देखा है और साथ ही स्कूल की इतिहास विषय में लिखी पड़ी इस बात को सच माना था अब तक.

आपका मेवाड़वासी,

दीपक सुखाड़िया